ब्लागींग एक बीमारी है क्यो की:-
1. रात को सपने मे भी ब्लाग ही दिखता है
2. सपने मे टिप्पनीया मारता रहता हूं और जब निंद खूलती है तो कहता हूं ईतनी सारी टिप्पनीयां
मारे थे एक ने भी जवाब नही दिया 🙂
3. अचानक आपकी नींद खूल जाती है और माथे पर पसीना होता है।
4. आप सोते सोते चिल्लाने लगते हैं – अरे वो मेरा ब्लाग है। बढीया टिप्पनी करो वर्ना?
5. सब को भूल गै हैं? कौन घर का है कूछ पता ही नही। अगर आपके घर वाले आपसे
बात करना चाहते हैं तो उनहे भी एक ब्लाग बनाना पडेगा आपसे बात करने के लीये।
और वो भी टिप्पनीयो के द्वारा ही बात होगी।
6. खवाब देखते हैं की एक दिन मेरा कीशमत भी चमकेगा और आफीस नही जा के घर पर ही बैठे
बैठे ब्लाग से पैसे कमाऊंगा।
7. चिट्ठाजगत से पता चला की 5000से उप्पर बिमार(ब्लाग) लोग हैं। उनमे से मै भी एक हूं।
8. क्रिकेट से भी ज्यादा ब्लागींग मे मजा आता है।
9. ब्लाग आपके मन को कैद कर के रख लीया है। आप ईसके अलावा कूछ और सोच ही
नही सकते।
10. कहीं जाने से पहले सोचते हैं की सामान पैक कर के एक फोटो ले लूं और ब्लाग पर
डाल दूंगा। फीर जूते पहनते समय एक और फोटो,एक और फोटो|
11. T.V भी देखते हैं तो सोचते हैं “ये वाला न्यूज मेरा अगला पोस्ट होगा”
12. सभी परीवार को एक साथ बीठा के फोटो लेते हैं की ब्लाग मे डाल दूंगा। और उधर
घर वाले सोचते हैं की आज तो चमतकार हो गया। आज पहली बार ईतना टाईम
हमारे साथ बीताए।
15. ब्लाग हिट करना हो तो कीसी को उलटा बोल के एक दो दीन बाद माफी मांग लो।
सच मे ब्लागींग सराब से भी खतरनाक है। ब्लागींग महामारी के सामने तो डेंगू भी कूछ नही है।