क्या ब्लागवाणी लोगो को मूर्ख बनाता है(सबूत भी है)

क्या ब्लागवाणी लोगो को मूर्ख बनाता रहता है?

जि हां। ब्लागवाडी Data Base का प्रयोग ही नही करता तो आप उसमे लाग-ईन कैसे करेंगे। ईमेल वेरीफीकेसन में gmail मे लिंक पर क्लिक करने पर खूद gmail ही खूल जाता है और याहू मे तो लिंक ही नही देता 🙂

और जब लाग-ईन करने जाएंगे तो कहता है यूजर्नेम/पास्वर्ड गलत है 🙂

पास्वर्ड फोर्गेट करेंगे तो कहेगा की आपके ईमेल पर आपका पास्वर्ड भेज दिया है और जब ईमेल देखेंगे तो ब्लागवाणी का अता पता भी नही दिखेगा।

खैर कोई बात नही पर लोगो को एसे मूर्ख बनाने से क्या फायदा। हम उनसे कब कहते हैं की लागईन दो या अभी रजीस्ट कर दो। अगर ब्लागवाणी चिट्ठाजगत जैसी टेकन्लाजी दिखाना चाहता है तो दिखावे की क्या जरूरत।

बाद मे ईमेल भेजना पडता है की मेरा ब्लाग जोड लें। ईससे अच्छा वो कोई कोन्टेक्ट फोर्म जोड लेता। सबको आराम मिलता 🙂

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7 comments

  1. आपके सोचने का तरीका बहुत “पैना” है. आशा है ब्लागवाणी वाले आपका ये लेख पढें और कुछ कार्रवाई करें. अरे हां, ब्लागजगत में वापसी पर साधुवाद!


  2. मैं भुक्तभोगी रहा हूँ, कुन्नु भाई ।
    बड़ी ज़द्दोज़हद के बाद ही ब्लाग जोड़ा जा सका, जाने क्यों ?
    यही आप वाली समस्या रही है !

  3. हां वो डिबी(Data Base) का उपयोग ही नही करता।
    DataBase मे ईमेल,और डाटा स्टोर होता है। उसमे ईमेल,पास्वर्ड आदी भी स्टोर हो जाता है। जैसे वर्डप्रेस को साईट मे ईंस्टाल करने के लीये भी डाटा-बेस का उपयोग होता है।
    हो सकता है ब्लागवाणी के पास डाटाबेस खतम हो गया हो या स्क्रीप्ट की सेटींग से डाटाबेस ही हटा दिया हो।

    एसतरह ब्लागवाणी लोगो का खूब टाईम बरबाद करता है(समय बहुमूलय है)। लोग नए ईमेल बनाते हैं की कही ईस ईमेल से साईन-अप हो जाए। ब्लागवाणी को एसा नही करना चाहीये।

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