मेरा घूमने वाला बस(घर वाला बस) , और दूसरो का खवाब, ड्रीम

क्या आप कहीं घूमने जा रहे हैं?
या हर 2-3 महीने या साल पर कहीं ना कहीं 1000km या ईससे कम दूरी पर जाते रहते हैं।

ईतना पैसा जमा कर के क्या करेंगे मेरा आईडीया लें

मेरा घूमने वाला बस देखीये या समझें की आपके घर मे पहीये लग गै हैं और जहां चाहे ले जाए।

आपने वो बस तो देखा होगा जीसके अंदर बेड पंखा आदी लगा रहता है। पर मै उससे भी एडवांस बस की बात कर रहा हूं।

पहले एक बस खरीदें और एक एसे प्रोफेसनल को सेट करें जो आपके कहे अनूसार उस बस को ढाल सके। मीनी बस लें – कम खर्चा और ज्यादा फायदा।

फीचर्स क्या क्या है?
एक जीपीएस लगा लें जीसमे पूरे भारत के रोडो का मैप और बहुत से फंसन होता है। ईसको अपने बस मे लगा लें या रख लें।

जीपीएस क्या होता है क्या फायदा?
ये सेटेलाईट से जूडा होता है, आप नोकीया के मोबाईल मे भी जीपीएस पा सकते हैं जैसे नोकीया का नेवीगेटर मोबाईल
दो नेवीगेटर मोबाईल रखीये कहीं खराब हो जाए तो और बस के पहीये,ईंधन, आदी।

फीचर्स
बस मे आप आराम से अपने परीवार के साथ हस्ते खेलते जाईये।
अगर मन नही लग रहा है तो लैपटाप और एक नोकीया या अन्य मोबाईल रखीये(अनीवार्य ज्यादा आराम के लीये) मोबाईल मे नेवीगेटर जरूर होना जाहीये।

ज्यादा दूर जाना है तो कीसी रेस्टोरेंट मे रात को रूक जाईये क्यो की रात को ज्यादा खतरा बढ जाता है

1. आपको कीसी से रोड नही पूछना पडेगा की क्या ये रोड ईस जगह पर जाता है या ये रोड कहां जाता है। आप ईस बस में एकदम आत्मनीर्भर रहेंगे।

2. आप बेड पर सो जाईये और लैपटाप नीकाल के उसमे मोबाईल से ईंटरनेट कनेक्ट करीये और फीर सर्फींग करीये या ब्लागींग 🙂
3. कभी भी मन करे घूमने नीकल जाएं वो भी बीना समय गवाएं।

4. टाईम आपके उप्पर रहेगा की कब जाना है और कीतने बजे चलूं, यानी जब मत तब
सूबह 4 बजे नीकलीये या सूबह 10 बजे या फीर साम को, सब आपके उप्पर
5. एक अनूभवी ड्राईवर या आपके घर के लोगो को ही चलाने आता हो जैसे दो लोगो को मीनी बस चलाना आता हो, ईससे एक बस चलाएगा और दूसरा आराम फीर वो चलाने वाला आराम करेगा और वो बस चलाएगा।

दूसरी गाडी से जाने पर नूकशान क्या है?
1. कहीं घूमने जाना होता है तो आपका टाईम खूब बर्बाद होता है – पांच घंटे का सफर पूरा दीन ले लेता है और पहले से प्लान बनाना पडता है – जैसे 10 दीन पहले से टीकट लेना, यानी आपके 10 दिन एसे ही बर्बाद हो गै।

2. अपने घर से दूर कीसी स्टेशन पर जाना पडता है, जैसे आटो से। जहां जा रहे हैं वहां पहूचने के बाद घर तक जाने के लीये फीर वही मूशकीलें।

3. टीकट कंफर्म नही हूवा, खडा हो के या कहीं नीचे बैठना पडेगा, और अगर परीवार के साथ हैं तो और मूशीबत हो जाती है।

4. बहूत से हैं, अगर दोपहर के २ बजे गाडी है तो सूबह से ही तैयारी करना पडता है।

5. आप तो टाईम पर पहूंच गै पर जीस गाडी से जा रहे हैं वो टाईम पर पहूचे ईसकी गारंटी नही

ईतना मजा आएगा की कहेंगे की क्या आईडीया दीये हो कुन्नू भाई, और मेरा कीमती टाईम भी बचाए।
ये सब 2लाख मे भी हो जाएगा, और एकदम परफेक्ट 5लाख।

आप सीसा एसा लगवाएं जैसे बूलेट प्रूफ ग्लास 🙂 ये सीक्योरीटी के लीये या खीडकी उप्पर कर दें जीससे अगर बस रूका हो तो कीसी का हाथ वहां ना पहूचे। ये आपके सीक्योरीटी के लीये होगा।

लाईसेंस और बस के पेपर्स अपने साथ रखें, या जो भी चेकींग के लीये लगता हो।

पैसा बचाने मे क्या रखा है, जो मजा आएगा क्या उसका कोई मूल्य लगा सकता है। जींदगी है मजे कर लो

बस की डीजाईन के लीये या और जानकारी के लीये संपर्क करें 🙂kunnu_singh18@yahoo.co.in या मोबाईल “अभी नही है ज्लद आने वाला है”

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