डिवलेंस.com से भारत मे प्रचार करने मे बहुत मुस्कील होता था, कोई भी कस्टूमर जो हमारे देश का होता था वो सबसे पहले यही पूछता था की “USD 1” हमारे करेंसी मे कितना होता है, यस सवाल सुनते ही Calculator खोजना पडता था और वह वेबहोस्टिंग या डोमेन लेने मे कम रुची रखता और Currency Conversion मे ज्यादा जिससे दोनो को बहुत परेसानी होती थी और ईनकम टैक्स भरते समय तो और भी हालत खराब हो जाता था।
Dewlance.in – मैने ईसपर एक नया वेबसाईट होस्टिंग का प्लान बनाया है और ईसपर जो प्रोडक्ट हैं उनका प्राईज “Rs.” मे है, भारत के क्लाईंट के लिए अलग से बिलींग सिस्टम है और साईट SSL से प्रोटेक्ट रहेगा।
कुछ सर्वर बैंगलोर और दिल्ली मे मिल गए हैं जहां Indian साईट होस्ट करने का प्लान है लेकीन ईस प्लान पर बाद मे काम करूंगा।
क्यों लोग डरते हैं भारतीय वेबहोस्टिंग कंपनीयों से?
अगर आप गुगल मे सर्च करेंगे तो पाएंगे की कई भारतीय होस्टिंग कंपनीयां पहले कस्टुमर के साथ धोखा करते थे लेकीन धिरे धीरे कंप्टीसन बढा और डिमांड भी बढा ईसलिए बाहर की कंपनीयां जैसे होस्टगेदर आदी हमारे देश मे आ गए और फिर यहां के मार्केट सेयर को बहुत ही आसानी से अपने कबजे मे कर लिये।
भाहर की कंपनीयां यहीं के सर्वर ईस्तेमाल करते हैं, यही के लोगों को कस्टूमर सपोर्ट मे रखते हैं बस फर्क यही होता है की कंपनी का CEO विदेसी होता है लेकीन फिर भी आपको गुगल मे बाहरी कंपनीयों के खिलाफ भी कंपलेन मिल ही जाएगा।
Dewlance.com और .in मे थोडा सा ही फर्क है।
साईट का कांटेन्ट बदलने मे बहुत मेहनत लगता है ईसलिए कई पेज हटा कर सिर्फ कान्टेन्ट बदला है। वैसे Billing साफ्टवेयर अलग रहेगा और Payment गेटवे के लिए भी फार्म भर दिया हूं।
बाहरी कंपनीयों को टैक्स मे छुट
अगर आपका कंपनी बाहरी है तो आपको Service Tax(12.36%) नही देना पडेगा ईसलिए ईनको Competition देने वाला कोई कंपनी नही है भारत मे 😉
हार्दिक बधाई!
Kya bat hai.