मेरा hindimaja साईट अभी कूछ दिन पहले हैकरो ने हैक कर लीया था। अब मै उनको परेसान करूंगा। उनके साईट को हैक करना तो बहुत मूशकिल है क्यो की सिक्योरीटी ज्यादा है उनके साईट मे। पर परेसान करने के तो बहुत से तरीके हैं। तूर्कीस हैकर हैं तो क्या हूवा?
निम्न तरीको से परेसान करूंगा :)))) 1. उनके फोर्म में रजीस्टर कर के हिन्दी मे खूब लिखूंगा। हिन्दी नही चला तो ईंगलीस मे 🙂 2. बिस तीस पोस्टींग बडे बडे, जीसका सिर्सक होगा “मेरा हिन्दीमाजा हैक क्यो कीये” 3. गलती सबसे होती है कहीं तो ईनसे सिक्योरीटी मे कमी होगी।
4. अभी एक प्रूफ बचा के रखा हूं देख सकते हैं हिन्दीमाजा हैक्ड साईट ( अब ईसमे थोडा कूछ फेर बदल कर दूं तो उनको कैसा लगेगा 🙂
उन साईबर ग्रूप के हैकरो ने मेरा ईतना मदद किया है। मेरे साईट का पेजरैंक “0” कर दिया है तो मेरा भी कूछ फर्ज बनता है ना।
और क्या कानून सिर्फ मेरे लीये ही बना होगा की मै उनके साईट को हैक नही कर सकता।
1. रात को सपने मे भी ब्लाग ही दिखता है 2. सपने मे टिप्पनीया मारता रहता हूं और जब निंद खूलती है तो कहता हूं ईतनी सारी टिप्पनीयां मारे थे एक ने भी जवाब नही दिया 🙂 3. अचानक आपकी नींद खूल जाती है और माथे पर पसीना होता है। 4. आप सोते सोते चिल्लाने लगते हैं – अरे वो मेरा ब्लाग है। बढीया टिप्पनी करो वर्ना?
5. सब को भूल गै हैं? कौन घर का है कूछ पता ही नही। अगर आपके घर वाले आपसे बात करना चाहते हैं तो उनहे भी एक ब्लाग बनाना पडेगा आपसे बात करने के लीये। और वो भी टिप्पनीयो के द्वारा ही बात होगी। 6. खवाब देखते हैं की एक दिन मेरा कीशमत भी चमकेगा और आफीस नही जा के घर पर ही बैठे बैठे ब्लाग से पैसे कमाऊंगा। 7. चिट्ठाजगत से पता चला की 5000से उप्पर बिमार(ब्लाग) लोग हैं। उनमे से मै भी एक हूं।
8. क्रिकेट से भी ज्यादा ब्लागींग मे मजा आता है।
9. ब्लाग आपके मन को कैद कर के रख लीया है। आप ईसके अलावा कूछ और सोच ही नही सकते।
10. कहीं जाने से पहले सोचते हैं की सामान पैक कर के एक फोटो ले लूं और ब्लाग पर डाल दूंगा। फीर जूते पहनते समय एक और फोटो,एक और फोटो| 11. T.V भी देखते हैं तो सोचते हैं “ये वाला न्यूज मेरा अगला पोस्ट होगा”
12. सभी परीवार को एक साथ बीठा के फोटो लेते हैं की ब्लाग मे डाल दूंगा। और उधर घर वाले सोचते हैं की आज तो चमतकार हो गया। आज पहली बार ईतना टाईम हमारे साथ बीताए। 15. ब्लाग हिट करना हो तो कीसी को उलटा बोल के एक दो दीन बाद माफी मांग लो।
सच मे ब्लागींग सराब से भी खतरनाक है। ब्लागींग महामारी के सामने तो डेंगू भी कूछ नही है।
www.wplemon.com ईस साईट का मतलब wpनींबू.com 🙂 या वर्डप्रेस नींबू।
क्या आप मेरा नया वेबसाईट देखे हैं। ये entertainment पर बनाया है। यानी ईसमे आप गाना डाऊन्लोड कर सकते हैं। विडीयो गाना,सिरीयल,नए फिल्मो के गाने,ग्रीटींगस,गैलरी और भी बहुत चीजे जूडते चले जाऎंगे।
आप ईस साईट को “आल ईन वन” यानी सब कूछ एक वेबसाईट में कह सकते हैं।
अभी मै ईसको कहीं भी ईसलीये नही बता रहा हूं क्यो की अभी ये पूरा नही हूवा है। अभी साईट में बहुत कम कान्टेंट हैं।
समझ नही आ रहा है की ईस साईट को हिन्दी मे बनाऊ या ईंगलीस में? आप ही बताएं। और हां क्यो हिन्दी या ईंगलीस में बनाऊं? ये भी बता दिजीयेगा।
हो सकता है आप भी ये गलती किये हैं जीससे आपके ब्लाग पर विजीटर कम जाते हैं।
और वोगलती है आपके ब्लागर प्रोफाईल मे आपके ब्लाग का “My Website” का नही होना।
आपने पहली बार मेरे ब्लाग पर टिप्पनी कीया और मै आपके प्रोफाईल पर गया और ढेर सारे मेम्बर के प्रोफाईल दिखे पर आपका ब्लाग पता ही नही चल रहा है कि कौन सा है फिर मै वहीं से लौट आउंगा। और एसा ही आपके साथ रोज होता होगा।
ये बहुत बडा गलती है। पर सभी ने नही किये हैं।
अगर आपने भी एसी गलती की है तो अभी सूधार लें ईससे आपके ब्लाग को फायदा होगा।
कैसे ब्लागर प्रोफाईल में दिखाएं “मेरा ब्लाग पता” या ” My Website ” ?
ब्लागर पर लाग ईन करें और “ईडीट प्रोफाईल” पर क्लिक करें। ” Home Page URL ” मे अपने ब्लाग का पता भर दें और फिर प्रोफाईल को सेव कर दें।
ईसके बाद आपके प्रोफाईल पर कोई भी आएगा तो उसे कोई दिक्कत नही होगी कि कौन सा वेबसाईट आपका है।
आस्चर्यचकीत कर देने वाला रीपोर्ट है। ब्लागवानी से सबसे ज्यादा विजीटर मीलते हैं। जबकी बहुत कम ही ब्लागर ब्लागवानी पर प्रतीदीन जाते हैं। क्यो की ब्लागवानी पर बहुत कम लोगो को username/password मीला है। फिर भी विजीटर वहीं से ज्यादा मेलते हैं।
ब्लागवाडी और चिट्ठाजगत का रिपोर्ट -> कौन आगे है? ब्लागवाडी का पापूलार्टी गूगल पेजरैंक = 4 एलेक्सा रैंक = 296,973 Compete rank = 529,531 -> चिट्ठाजगत से “529,531” आगे Technorati Rank = 32,415 गूगल ईंडेक्स = 129,000 याहू ईंडेक्स = 0 गूगल बैकलींक्स = 310 Yahoo BackLinks = 43,300 Delicious Bookmarks = 9 गूगल ब्लाग सर्च लींक्स = 308
ईस बार मैने आपके लीये 2 colum वाला टेम्पलेट बनाया है। और ईसमे पहले से ही कई सूविधाए दी गई हैं। यानी आपको कई चीजे खूद से लगाने की जरूरत नही पडेगी।
1. blog Flowers (ब्लाग फ्लावर्स) 2. बढीया सा हेडर (जो ब्लागर अपना हेडर नही लगाना चाहते हैं। और ईस हेडर पर कूछ नही लीखा है। 3.रीसेंट पोस्ट और रीसेंट कमेंट पहले से ही डाल दीया हूं।
याकहीं भी मेरे ब्लाग का पता दे दें जैसे पोस्ट में।
ब्लाग टेम्पलेट पर पूरी आजादी है।
पहले से ही आपके साईट का कापीराईट c वाला बटन और एड्रेस टेम्पलेट डालने के बाद बन जाएगा स्क्रीन साट देखें। Demo भी देख सकते हैं। डीमो पर क्लिक कर ये टेम्पलेट पूरा देखें।
साईट पर कंप्यूटर का स्पीड बढाने का ट्रीक देखे और कर दीया रजीस्ट्री ईडीट। जैसे “WaitToKillAppTimeout” वाला फार्मूला। ईससे कंप्यूटर का स्पीड बढता नही है वही का वही स्पीड रहेगा।
Windows xp मे ये सूविधा है की आप प्रोग्राम को “End Now” कर सकते हैं बस आप क्या करते हैं की कंप्यूटर का स्पीड बढाने के लीये “END NOW” को डीसेबल जैसा कर देते हैं और फीर लगता है की कंप्यूटर तेज चलने लगा।
ईससे क्या नूकशान है? कोई प्रोग्राम हेंग हो गया तो “End Now” का ओपसन जल्दी से आ के जल्दी चला भी जाता है। अब अगली बार ये होगा की जो भी प्रोग्राम हेंग हूवा था वो चलेगा नही या खराब रहेगा। अगर वो प्रोग्राम चल गया तो भी जरूरी नही है की ठीक तरह से काम करेगा।
दूसरा भारी नूकशान? कभी भी “End Now” का ओपसन नही आएगा। यानी जब भी पीसी हेंग होगा आपको मोका नही मीलेगा की आप “End Now” पर क्लिक कर सके
क्या कंप्यूटर की गती तेज की जा सकती है? अगर सही मे गती बढानी है तो यह आसान तरीका जीससे कोई नूकशान नही। 1. कोई फील्म हो जीसे आप देखते भी नही उसे डीलीट कर दें , गाने जो बेकर के पडे हों उनहे भी डीलीट कर दें।
2. MS Office डाल तो लीया है पर कोई उसे महीनो सालो तक कभी चलाता भी नही है तो उसे Uninstall कर दें।
3. एक Anti Virus रखें तो बहुत बढीया क्यो की ये साफ्टवेयरें आपके कंप्यूटर के गती को धीरे कर देते हैं।
4. यदी आपका हार्ड ड्राईव 10GB,40GB,80,..160..260..560BG का है तो उसको एक दम से नही भर दें। कूछ GB खाली रखें जैस एक ड्राईव 30gb का है तो उसमे एकदम 30gb फूल नही करे आप 27gb तक ही भरें ईससे वो ड्राईव तेज चलेगा।
5.बीना ईसतेमाल वाले साफ्टवेयर हटा दें। 6. गेम का साफ्टवेयर कम ही रखें 7. हो सके तो एक ही गेम रखें। 8. डीफ्रेजमेंट हर एक या दो महीने पर।
9. जीतना हो सके सिखें, यानी कीसी भी चीज को ईडीट करने से नही डरें। क्यो की अगर आप कंप्यूटर को 10साल तक एक दम अच्छा रखते हैं और फीर वो खराब हो जाता है। तो एक सवाल अपने से पूछीयेगा की आपने क्या सिखा? ईससे अच्छा तो 5साल मे ही खराब हो जाता पर बहुत कूछ सिख गया होता नोट :: सिखने के लीये कूछ खोना भी पडता है जैसे: कंप्यूटर ज्लदी खराब होगा 🙂
क्या आप कहीं घूमने जा रहे हैं? या हर 2-3 महीने या साल पर कहीं ना कहीं 1000km या ईससे कम दूरी पर जाते रहते हैं।
ईतना पैसा जमा कर के क्या करेंगे मेरा आईडीया लें
मेरा घूमने वाला बस देखीये या समझें की आपके घर मे पहीये लग गै हैं और जहां चाहे ले जाए। आपने वो बस तो देखा होगा जीसके अंदर बेड पंखा आदी लगा रहता है। पर मै उससे भी एडवांस बस की बात कर रहा हूं।
पहले एक बस खरीदें और एक एसे प्रोफेसनल को सेट करें जो आपके कहे अनूसार उस बस को ढाल सके। मीनी बस लें – कम खर्चा और ज्यादा फायदा।
फीचर्स क्या क्या है? एक जीपीएस लगा लें जीसमे पूरे भारत के रोडो का मैप और बहुत से फंसन होता है। ईसको अपने बस मे लगा लें या रख लें। जीपीएस क्या होता है क्या फायदा? ये सेटेलाईट से जूडा होता है, आप नोकीया के मोबाईल मे भी जीपीएस पा सकते हैं जैसे नोकीया का नेवीगेटर मोबाईल दो नेवीगेटर मोबाईल रखीये कहीं खराब हो जाए तो और बस के पहीये,ईंधन, आदी।
फीचर्स बस मे आप आराम से अपने परीवार के साथ हस्ते खेलते जाईये। अगर मन नही लग रहा है तो लैपटाप और एक नोकीया या अन्य मोबाईल रखीये(अनीवार्य ज्यादा आराम के लीये) मोबाईल मे नेवीगेटर जरूर होना जाहीये।
ज्यादा दूर जाना है तो कीसी रेस्टोरेंट मे रात को रूक जाईये क्यो की रात को ज्यादा खतरा बढ जाता है
1. आपको कीसी से रोड नही पूछना पडेगा की क्या ये रोड ईस जगह पर जाता है या ये रोड कहां जाता है। आप ईस बस में एकदम आत्मनीर्भर रहेंगे।
2. आप बेड पर सो जाईये और लैपटाप नीकाल के उसमे मोबाईल से ईंटरनेट कनेक्ट करीये और फीर सर्फींग करीये या ब्लागींग 🙂 3. कभी भी मन करे घूमने नीकल जाएं वो भी बीना समय गवाएं।
4. टाईम आपके उप्पर रहेगा की कब जाना है और कीतने बजे चलूं, यानी जब मत तब सूबह 4 बजे नीकलीये या सूबह 10 बजे या फीर साम को, सब आपके उप्पर 5. एक अनूभवी ड्राईवर या आपके घर के लोगो को ही चलाने आता हो जैसे दो लोगो को मीनी बस चलाना आता हो, ईससे एक बस चलाएगा और दूसरा आराम फीर वो चलाने वाला आराम करेगा और वो बस चलाएगा।
दूसरी गाडी से जाने पर नूकशान क्या है? 1. कहीं घूमने जाना होता है तो आपका टाईम खूब बर्बाद होता है – पांच घंटे का सफर पूरा दीन ले लेता है और पहले से प्लान बनाना पडता है – जैसे 10 दीन पहले से टीकट लेना, यानी आपके 10 दिन एसे ही बर्बाद हो गै।
2. अपने घर से दूर कीसी स्टेशन पर जाना पडता है, जैसे आटो से। जहां जा रहे हैं वहां पहूचने के बाद घर तक जाने के लीये फीर वही मूशकीलें।
3. टीकट कंफर्म नही हूवा, खडा हो के या कहीं नीचे बैठना पडेगा, और अगर परीवार के साथ हैं तो और मूशीबत हो जाती है।
4. बहूत से हैं, अगर दोपहर के २ बजे गाडी है तो सूबह से ही तैयारी करना पडता है।
5. आप तो टाईम पर पहूंच गै पर जीस गाडी से जा रहे हैं वो टाईम पर पहूचे ईसकी गारंटी नही ईतना मजा आएगा की कहेंगे की क्या आईडीया दीये हो कुन्नू भाई, और मेरा कीमती टाईम भी बचाए। ये सब 2लाख मे भी हो जाएगा, और एकदम परफेक्ट 5लाख। आप सीसा एसा लगवाएं जैसे बूलेट प्रूफ ग्लास 🙂 ये सीक्योरीटी के लीये या खीडकी उप्पर कर दें जीससे अगर बस रूका हो तो कीसी का हाथ वहां ना पहूचे। ये आपके सीक्योरीटी के लीये होगा।
लाईसेंस और बस के पेपर्स अपने साथ रखें, या जो भी चेकींग के लीये लगता हो।
पैसा बचाने मे क्या रखा है, जो मजा आएगा क्या उसका कोई मूल्य लगा सकता है। जींदगी है मजे कर लो
बस की डीजाईन के लीये या और जानकारी के लीये संपर्क करें 🙂kunnu_singh18@yahoo.co.in या मोबाईल “अभी नही है ज्लद आने वाला है”
नैनीताल घूम के आया पर सिर्फ दो दीन के लीये गया था।
क्या करूं छूट्टी ही नही था। और अपना वाला मोबाईल नही ले गया था ईसलीये ज्यादा फोटो नही लीया हूं।
घर जाते समय रासते मे पडा था, मोबाईल के कैमरे मे खीच लीया।
घूमते घूमते ट्रेन के पास पहूच गया था। यहां से रेलवे स्टेशन बहुत दूर पडता है। आप रीकशे से रेलवे स्टेशन जाएंगे तो खूब मजा आएगा।(प्राकुती और पर्यावरण को देखते ही रह जाएंगे)
ये मेरा फोटो नही है, कीसी और का है, जब वो पानी मे गै तो मैने गेट के पास से फोटो ले लीया(पूछ के) पर अभी चेहरा ईसलीये वाईट कर दीया हूं क्यो की मेरा फोटो नही है, साईड मे भी मै होता तो चेहरा दीखा सकता था।
अगर गर्मीयों की छूट्टी मे घूमने का प्लान बना रहे हैं या कहीं घूमना है तो नैनीताल जाएं और यहा पर कई चर्चीत पार्क है, जैसे कार्बोड नेशनल पार्क(नाम ठीक से नही पता) और यहां जानवरो को देख सकते हैं। पर बहुर सूंदर पार्क है।
और क्या बताउं यहां पहाड भी है। बहुत सारे होटल है (जीस जगह गया था वहां)
नैनीताल जाने वाले यात्रीयो से नीवेदन है(जो ट्रेन से जाएंगे) एक बाडी बील्डर भी साथ मे ले जाएं क्यो की वहा मै गया था तो ट्रेन से आने मे लगा की जान ही चला जाएगा। ट्रेन मे पैर रखने के लीये भी जगह नही था। ट्रेनवालों की गलती देखीये(जानबूझ कर पैसे के लीये) जीतने सीट नही थे उसके 600-700% जयादा टीकट बेच दीये थे और टीटी भी नही आया क्यो की वो जानता था की टीकट हद से ज्यादा दे दीये है और सब उसे मारने लगेंगे।
जरा सोचीये एक बोगी मे ईतने लोग बैठे थे की टायलेट मे भी 4-8 लोग खडे थे या बैठे थे। मझे तो ट्रेन वालो पर बहुत गूस्सा आ रहा है। ना जाने क्या हालत बना दीया है।
आपको क्या लगता है, क्या हद से ज्यादा टीकट देना चाहीये। अगर हद से ज्यादा टीकट बेचते हैं तो उनपर जूर्माना लगना चाहीये?